गाँव के ऊपर से हर रोज़ दस बजे एक हवाई जहाज़ निकलता था - देखता और सोचता कि ऊँगली से भी छोटे इस जहाज़ में लोग कैसे बैठते होंगे! आज जब पहली बार जहाज़ में बैठा है, उसे नीचे चलते हुए लोग छोटे लग रहे हैं... Photo by Toa Heftiba on Unsplash
अहँकार
अहँकार
अहँकार
गाँव के ऊपर से हर रोज़ दस बजे एक हवाई जहाज़ निकलता था - देखता और सोचता कि ऊँगली से भी छोटे इस जहाज़ में लोग कैसे बैठते होंगे! आज जब पहली बार जहाज़ में बैठा है, उसे नीचे चलते हुए लोग छोटे लग रहे हैं... Photo by Toa Heftiba on Unsplash